

Bundelkhand Water Conservation Committee meeting
बुन्देलखण्ड जल संरक्षण समिति की आहूत की गई बैठक
मण्डल की समस्त नदियों को चिहिंत कर किया जायेगा पुर्नजीवित
झांसी। आज होटल वीरागंना के सभागार में बुन्देलखण्ड जल संरक्षण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जिला वन अधिकारी वीके मिश्रा एवं मण्डलीय परि0 प्रबंधक आनन्द चौबे ने की। बैठक का संचालन डॉ0 संजय सिंह के द्वारा किया गया। बैठक में जल महोत्सव के आयोजन, मण्डल के तीनों जिलो के 10-10 चंदेलकालीन तालाबों पुर्नजीवन एवं नदियों की जानकारी को एकत्रित करने हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये।
इस अवसर पर डॉ0 संजय सिंह ने बताया कि झांसी में जल संरक्षण को बढावा देने हेतु आगामी माह में जल महोत्सव का आयोजन ग्राम ठकुरपुरा के तालाब के पास किया जायेगा। इस महोत्सव में पूरे मण्डल के सामाजिक कार्यकर्ता एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणीय कार्य करने वाली पंचायतों के प्रधान भाग लेगे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला वन अधिकारी वीके मिश्रा के द्वारा जल संरक्षण में वनो के महत्व के बारे में बताया एवं गांवों में वन भूमि पर वृहद वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए कहा।
मण्डलीय परि0 प्रबन्धक आन्नद चौबे ने कहा कि मण्डल की सभी जिलो की नदियों को चिहिंत कर कार्यो की मैंपिग कर ली जाये, जिससे कार्य को आगे बढाया जा सके। बुन्देलखण्ड जल संरक्षण समिति के सदस्य भगवत भास्कर ने लखेरी नदी के पुनर्जीवन हेतु कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें लखेरी नदी पर गरौठा के पास बने चैकडेम की मरम्मत करने का निर्णय लिया गया। सामाजिक कार्यकर्ता अजय नामदेव के द्वारा टेहरका से निकली नैना नदी के बारे में बताया गया तथा इसके पुर्नजीवन हेतु कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया।
इस अवसर पर बुन्देलखण्ड जल समिति के सदस्य श्री कृष्ण गांधी, डॉ0 संध्या चौहान, मान सिंह, जल सहेली गीता देवी, निधि, उर्मिला, प्रभूदयाल, वीर सिंह, गौरव गर्ग, जगरूप सिंह, मनोज पाल आदि के द्वारा सहभागिता की गई।